आशा और विश्वास
प्रातः वंदन करता है, यह चिडियों का कलरव।
नई सुबह ले कर आया है, सूर्य एक आशा नव।।
दुःख के ये काले बादल,सब यूं छंट जाएंगे तब।
चमकेगा भाग्य - सूर्य, जीवन के नभ पर जब।।
देख-देख दुःख की बदली, न घबराना मानव-मन ।
मन का विश्वास न खोना,कितनी भी हो अड़चन।।
मात-पिता की अँगुली थामे,बीता ये सुंदर बचपन।
प्रार्थना अब एक यही है, थामो हमको हे भगवन।।