लॉकडाउन बिन चाबी का
कोरोना बचाव को मोदी जी, लॉकडाउन करवाएं।
मगर पत्नियों के मुखों को पति कैसे लॉक कराएं।।
घर के बाहर न जाकर, स्वयं को इससे सब बचाएँ।
पर पति-पत्नी के व्यंग्य से,घर में वे कैसे बच पाएँ।।
लॉकडाउन में यदि आप, कुछ मोटे जब हो जाएं।
चिंता की कोई बात नहीं, कपड़े ढीले तब करवाएं।।
गुंजाईश अगर नहीं हो, थोड़े कट उनमें लगवाएं।
फैशन का फैशन बने, और कपड़े फिट आ जाएं।।
आय ब्रो जो बढ़ गयीं हों, कुछ चिंता ना की जाय।
कोरोना काल में घर में, कोई आए ना कहीं जाय।।
जब रिश्तेदार और मित्र का, वीडियो कौल आयें ।
जल्दी से ऐनक लें अपना, नाक के ऊपर चढ़ाएं।।
दाढ़ी यदि पुरुषों की, अधिक अगर बढ़ जाय।
शीशा देख जूएं बीनें ,खूब टाइम पास हो जाय।।
बाल अधिक बढ़ जाएं तो, चुटिया लें वे बनाएँ।
घर की खेती आपकी, जितनी चाहें लेय बढाएं।।
अगर हाथ में दर्द हो, एक हथौड़ा लीजे मँगाएँ।
पटकें उसको पैर पर, सारा हाथ दर्द भूल जाएं।
गले में आपके दर्द हो,कोरोना काढ़ा पीते जाएं।
या गला दबवाएं,सारे दर्दों से शीघ्र मुक्त हो जाएं।।
नींद आप को न आए और जब रात बीतती जाए।
तारे गिनकर, गिनीज बुक में, नाम दर्ज करवाएं।।
फ़िर भी नींद न आए तो, करें एक अचूक उपाय।
मेरी सारी कविताएँ, जल्दी आप पढ़ते चले जाय।
दिन भर कर के काम जो, आप बहुत थक जाएं।
पढ़ कर ऐसे दोहों को, सारी थकान दूर भगाएं।।
इन सबको पढ़ कर अगर,फायदा हो तो दें दुआएँ।
हँसी जो थोड़ी भी आजाये,तो लाइक बटन दबाएं।।